आशिकी की 35वीं वर्षगांठ पर अनु अग्रवाल ने खोली अपनी सफलता की कहानी, रिमेक्स पर क्या कहा?
आशिकी की 35वीं वर्षगांठ पर अभिनेत्री अनु अग्रवाल ने अपनी सफलता की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि इस फिल्म ने उनके करियर में खास स्थान बनाया है और उनकी जिंदगी पर गहरा प्रभाव डाला है। अनु ने यह भी कहा कि आशिकी के रिमेक्स या पुनरावृत्ति के विषय में उनके विचार क्या हैं।
अनु अग्रवाल की सफलता की कहानी
अनु ने बताया कि कैसे आशिकी ने उन्हें इंडस्ट्री में पहचान दिलाई। फिल्म की सफलता ने उन्हें एक नई दिशा दी और उन्होंने इस मौके को भुनाने का पूरा प्रयास किया। उनका कहना था कि मेहनत और सही मौके का मिलना किसी भी कलाकार के लिए महत्वपूर्ण होता है।
रिमेक्स और पुनरावृत्ति पर अनु की राय
रिमेक्स के संबंध में अनु ने कहा कि पुराने गानों का पुनः प्रयोग होना सामान्य बात है, लेकिन इसे सम्मान के साथ किया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि हर पीढ़ी के लिए नई चीजें लाना जरूरी है, ताकि कला और संगीत दोनों का विकास हो।
आशिकी की यादें और आज का संगीत
- आशिकी फिल्म की सफलता के पीछे संगीत का बड़ा योगदान था।
- अनु ने कहा कि वह आज के संगीत को देखकर खुश होती हैं, लेकिन पारंपरिक संगीत का भी महत्व कम नहीं है।
- रिमेक्स गानों को सही तरीके से प्रस्तुत करना चाहिए ताकि वे मूल की गरिमा को बनाए रखें।
आशिकी की 35वीं वर्षगांठ पर अनु अग्रवाल का यह बयान उनके चाहने वालों के लिए खास है, जो उन्हें और उनके काम को आज भी याद करते हैं।